गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए भारत के कोने- कोने से ही नहीं अपितु विश्व के कई देशों से श्रद्धालु आते है| यहाँ भारत की संस्कृति,सभ्यता ,आस्था ,धार्मिक विश्वाश तथा अनेकता में एकता का अदभुत संगम स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है| रेत पर बसे इस आस्था के शहर में अनेक साधू , संत,महात्मा,योगी तथा नागा संतों का वास होता है | ऐसी मान्यता है इन संतों के दर्शन से ही बहुत पुण्य मिलते है |
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