Pramod Pandey
Praveen Pourush

शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

कुम्भ २०१३

गंगा, यमुना और  अदृश्य सरस्वती के  संगम में आस्था की  डुबकी लगाने के लिए भारत के कोने- कोने  से ही नहीं  अपितु  विश्व  के कई  देशों से श्रद्धालु आते है| यहाँ  भारत की  संस्कृति,सभ्यता ,आस्था ,धार्मिक  विश्वाश  तथा अनेकता में  एकता  का  अदभुत संगम  स्पष्ट रूप से दिखाई  पड़ता है|   रेत पर  बसे इस आस्था के  शहर में अनेक  साधू , संत,महात्मा,योगी  तथा  नागा संतों का वास होता है | ऐसी मान्यता है इन संतों के दर्शन से ही बहुत पुण्य मिलते है |

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